देश में तकनीकी शिक्षा को मजबूत करने और युवाओं को रोजगार के लिए तैयार करने के उद्देश्य से भारत सरकार ने एक आशाजनक पहल की है। इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सहयोग से Centre for Development of Advanced Computing (CDAC) द्वारा यह फ्री कंप्यूटर कोर्स शुरु किया गया है।
यह कोर्स निशुल्क तो है ही, साथ ही चयनित उम्मीदवारों को ₹10,000 मासिक स्टाइपेंड भी दिया जाएगा। यह योजना उन छात्रों के लिए विशेष रूप से अहम है जो तकनीकी क्षेत्र में भविष्य बनाना चाहते हैं लेकिन आर्थिक कारणों से पीछे रह गए हैं।
CDAC Free Computer Course 2025
CDAC का यह फ्री कम्प्यूटर कोर्स 2025 न सिर्फ निशुल्क शिक्षा प्रदान करता है बल्कि इसमें शामिल होने वाले योग्य छात्रों को ₹10,000 मासिक सहायतास्वरूप स्टाइपेंड भी प्रदान किया जा रहा है। इस पहल से आर्थिक रूप से कमजोर और अनुसूचित वर्गों के युवाओं को तकनीकी दक्षता हासिल करने में मदद मिलेगी, जिससे उनकी पेशेवर यात्रा सशक्त हो सकेगी। कंप्यूटर और IT सेक्टर में रुचि रखने वाले प्रतिभागियों को यह सुनहरा मौका मिलेगा कि वे बिना किसी शुल्क के आधुनिक तकनीकों में प्रशिक्षण लेकर अपने करियर को एक नई दिशा दे सकें।
कोर्स की अवधि और शुरुआत की तिथि
यह तेज गति से पढ़ाई जाने वाला कंप्यूटर प्रशिक्षण कार्यक्रम कुल छह महीने की अवधि में संपन्न होगा। इस कोर्स की शुरूआत 14 जुलाई 2025 से होगी। इससे पहले, 26 जून 2025 तक आवेदन की प्रक्रिया समाप्त हुई। चयन प्रक्रिया 4 जुलाई से 7 जुलाई तक होगी जिसमें योग्य उम्मीदवारों का चयन विभिन्न मानदंडों, तकनीकी पृष्ठभूमि और आर्थिक योग्यता के आधार पर किया जाएगा। छह महीने के कोर्स की संरचना में तकनीकी विषयों की पढ़ाई, वास्तविक दुनिया में काम करने के अनुभव के लिए प्रोजेक्ट कार्य, और निरंतर मूल्यांकन शामिल होगा।
छह महीने का यह प्रशिक्षण कार्यक्रम छात्रों को कंप्यूटर विज्ञान की नींव से लेकर एडवांस्ड तकनीकों तक ध्यानपूर्वक विकसित करता है। शुरुआती चरण में छात्रों को मूलभूत सिद्धांतों जैसे प्रोग्रामिंग भाषा, डेटा संरचना, ऑपरेटिंग सिस्टम, और नेटवर्किंग के बारे में गहराई से पढ़ाया जाएगा। मध्य चरण में इसमें मशीन लर्निंग, डाटा एनालिसिस, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तथा साइबर सुरक्षा जैसे उन्नत विषयों पर जोर दिया जाएगा। अंतिम चरण में वास्तविक समय के प्रोजेक्ट्स, केस स्टडी और तकनीकी समस्या समाधान ताकि छात्र वास्तविक उद्योग चुनौतियों से परिचित हो जाएं।
इस छह महीने की अवधि से छात्रों को यह समझने का मौका मिलेगा कि तकनीकी ज्ञान को कैसे व्यावहारिक रूप से इस्तेमाल किया जा सकता है। यह कोर्स केवल किताबों तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इसमें टीम प्रोजेक्ट्स, कार्यशालाएं और उद्योग-आधारित असेसमेंट्स भी शामिल होंगी।
क्या है इस कोर्स की खास बातें
CDAC द्वारा संचालित यह फ्री कंप्यूटर कोर्स कई मायनों में अन्य प्रशिक्षण कार्यक्रमों से अलग एवं बेहतर है। इसमें ये विशेषताएँ प्रमुख हैं:
- बिल्कुल मुफ्त प्रशिक्षण: कोर्स के दौरान न तो कोई रजिस्ट्रेशन और न ही कोई ट्रेनिंग फीस ली जाएगी। इसका उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर विभिन्न वर्गों के छात्रों को बेझिझक यह अवसर प्रदान करना है।
- ₹10,000 मासिक स्टाइपेंड: आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति, साथ ही महिला उम्मीदवारों को आर्थिक सहयोग के रूप में ₹10,000 प्रति माह दिए जाएंगे। यह राशि छात्रों को अपनी पढ़ाई और जीवनयापन संबंधी खर्चों में मदद करेगी और उन्हें आत्मनिर्भर बने रहने में सहायक होगी।
- ब्लॉकचेन आधारित प्रमाणपत्र: कोर्स पूरा करने पर छात्रों को डिजिटल, सुरक्षित और वैध ब्लॉकचेन-आधारित सर्टिफिकेट प्रदान किया जाएगा। यह प्रमाणपत्र यूजर इंटरफेस और सत्यापन के लिहाज से भविष्य-उन्मुख है, जो छात्रों के कैरियर में एक मजबूत पहचान बनाएगा।
- आधुनिक प्रौद्योगिकियों पर प्रशिक्षण: इसमें सुपर कंप्यूटिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, डेटा साइंस और साइबर सुरक्षा जैसी अत्याधुनिक तकनीकों पर फोकस रहेगा। भौतिक लैबों और वर्चुअल सिमुलेशन के माध्यम से छात्रों को व्यावहारिक अनुभव प्राप्त होगा।
- उद्योग विशेषज्ञों का मार्गदर्शन: अनुभवी शिक्षकों और उद्योग के पेशेवरों द्वारा समय-समय पर कार्यशालाएं तथा सेमिनार आयोजित किए जाएंगे। इससे छात्रों को वर्तमान तकनीकी जरूरतों और रोजगार बाजार से परिचित होने का अवसर मिलेगा।
यह दिशा देश भर में तकनीकी शिक्षा की गुणवत्ता को ऊंचा उठाने और युवाओं को सक्षम बनाने में सहायक होगी।
ट्रेनिंग के लिए निर्धारित स्थान
इस कोर्स को देश भर के 12 प्रमुख शहरों में उपलब्ध कराया गया है ताकि अधिक से अधिक युवा इस अवसर तक पहुंच सकें। ये शहर इस प्रकार हैं:
- बेंगलुरु
- चेन्नई
- नई दिल्ली
- गुवाहाटी
- हैदराबाद
- कोलकाता
- मोहाली
- मुंबई
- नोएडा
- पटना
- पुणे
- तिरुवनंतपुरम
इन केंद्रों में छात्रों को आधुनिक कंप्यूटर लैब्स, नेटवर्किंग सुविधाएँ, विश्वसनीय इंटरनेट और लाइव प्रैक्टिकल सत्रों का उपयोग मिलेगा। किन्हीं स्थानों पर वर्चुअल ट्रेनिंग सुविधाएं भी प्रदान की जाएंगी जो उन छात्रों के लिए उपयोगी होंगी जो दूरदराज के इलाकों से जुड़ना चाहते हैं। प्रशिक्षण केंद्रों पर तकनीकी सहायता और काउंसिलिंग सुविधा भी उपलब्ध रहेगी।
यह सुनिश्चित किया गया है कि सभी पाठ्यक्रम सामग्री, शिक्षण उपकरण, प्रशिक्षण सुविधाएँ और मूल्यांकन संसाधन एक समान गुणवत्ता वाले हों, चाहे आप किसी भी केंद्र पर हों। इसका उद्देश्य है कि देश भर के सभी सहभागी एक समान स्तर की शिक्षा तथा अनुभव प्राप्त करें।
पात्रता और आयु सीमा
इस कोर्स के लिए पात्र बनने के लिए निम्न शैक्षणिक और आयु संबंधी मानदंड निर्धारित किए गए हैं:
- शैक्षणिक योग्यता
- बी.ई./बी.टेक
- बी.एससी
- बी.सी.ए
- एम.सी.ए
- एम.एससी
- एम.टेक
- बी.ई./बी.टेक
- इनमे से किसी में स्नातक या स्नातकोत्तर डिग्री होना आवश्यक है।
- अंकमानदंड
- सामान्य वर्ग के लिए कम से कम 60% अंक चाहिए।
- अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग को 5% की छूट दी गई है, अर्थात उन्हें कम से कम 55% अंक आवश्यक हैं।
- सामान्य वर्ग के लिए कम से कम 60% अंक चाहिए।
- उम्र सीमा
- सामान्य वर्ग के लिए अधिकतम आयु सीमा 30 वर्ष है।
- अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति तथा आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को 5 वर्ष की आयु छूट दी गई है, अर्थात उनकी अधिकतम आयु सीमा 35 वर्ष है।
- सामान्य वर्ग के लिए अधिकतम आयु सीमा 30 वर्ष है।
ये मानदंड विशेषकर यह सुनिश्चित करने के लिए बनाए गए हैं कि योग्यता एवं क्षमता के आधार पर योग्य उम्मीदवार इस अवसर का लाभ उठा सकें, जबकि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को अधिक समय तक प्रशिक्षण और करियर बनाने का अवसर मिल सके।
यह फ्री कंप्यूटर कोर्स उन छात्रों के लिए एक सुनहरा अवसर है जो तकनीकी क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं परंतु सीमित संसाधनों के कारण पीछे रह गए थे। यह सरकारी पहल शिक्षार्थियों का आत्मविश्वास बढ़ाएगी, उन्हें रोजगार-क्षम बनाएगी और डिजिटल इंडिया के सपनों को साकार करेगी।
अतः यदि आप उपरोक्त मानदंडों पर खरे उतरते हैं, तो इस कोर्स के लिए समय रहते आवेदन जरूर करें। भविष्य की दुनिया तकनीक से आगे निकलकर नहीं बल्कि उसकी गहराई को पहचानकर आगे बढ़ें — और CDAC का यह कोर्स आपको उस दिशा में मार्गदर्शन देगा।